अमरन अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 10 जनवरी के लिए टल गई है। दरअसल, सोमवार को पंजाब सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट से और वक़्त दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि हमने प्रदर्शनकारी किसानों को समझाया है कि वो सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित हाई पावर कमेटी से मुलाकात कर लें, उम्मीद है कि किसान मान जाएंगे, जिसके लिए थोड़ा और वक़्त दीजिए। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई शुक्रवार के लिए टाल दी। सुप्रीम कोर्ट ने भी उम्मीद जताई कि गतिरोध के हल की दिशा में कुछ सकारात्मक होगा। पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि राज्य सरकार का रवैया आंदोलन को लेकर उचित नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से कहा था कि राज्य सरकार डल्लेवाल को क्यों नहीं समझा पा रही है कि अस्पताल में जाने के बाद भी उनका अनशन चलता रहेगा, आंदोलन चलता रहेगा। सुप्रीम कोर्ट ने किसान नेताओं के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि कुछ किसान नेताओं के बयान आपत्तिजनक हैं, उनको संदेश दिया जाना चाहिए कि यह ठीक नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जानबूझकर हालात बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है, हमारा निर्देश यह नहीं था कि डल्लेवाल अपना अनशन तोड़ दें।
दरअसल, 20 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि दल्लेवाल को अस्पताल में एडमिट कराया जाए। मामले की अगली सुनवाई 6 जनवरी को होगी। इससे पहले भी पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि प्रदर्शनकारी किसानों के साथ विभिन्न स्तरों पर बातचीत चल रही है और डल्लेवाल को अस्पताल में स्थानांतरित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि परिस्थितियों की समग्रता को ध्यान में रखते हुए अधिक समय देना न्याय के हित में है और राज्य सरकार का कहना है कि वांछित नतीजे हासिल करने के लिए किसानों और केंद्र के बीच बातचीत जरूरी हो सकती है।