छत्तीसगढ़ में दो हजार करोड़ के शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ED की ओर से पेश ASG एसवी राजू ने ED के अधिकारियों की तरफ से दाखिल हलफनामा पर सवाल उठाया। ASG एसवी राजू ने सवाल उठाते हुए कहा कि ED में कुछ गड़बड़ चल रहा है। बिना मेरी सलाह के एक आधा-अधूरा हलफनामा हमारे पेश होने से पहले ही दाखिल कर दिया गया। इसपर जस्टिस अभय एस ओका ने कहा कि यह गंभीर मामला है, हम इस पर विचार करेंगे और यह भी एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है।
इस पर ASG एसवी राजू ने कहा कि मैं हलफनामे की जांच करना चाहता हूं। मैंने व्यक्तिगत रूप से ईडी डायरेक्टर से कहा है कि वे एक विभागीय जांच शुरू करें और संबंधित अधिकारी को अदालत में उपस्थित रहने के लिए कहें। मुझे कुछ गड़बड़ लग रही है। विभाग में इस तरह की बात नहीं होनी चाहिए, यह उचित चैनलों द्वारा जांच किए बिना ED से आया है।
जस्टिस ओका पूछा कि AOR बिना निर्देश के हलफनामा कैसे दायर कर सकता है? ED के लिए रिकॉर्ड पर वकील हलफनामा दाखिल करता है और अब ED यह कहना चाहता है कि यह बिना निर्देश के फाइल किया गया तो हम इसे कैसे स्वीकार कर सकते हैं?। मामले पर अब सुप्रीम कोर्ट 5 फरवरी को अगली सुनवाई करेगा। दरअसल, छत्तीसगढ़ के दो हजार करोड रुपए के शराब घोटाला मामले मे आरोपी निलंबित अधिकारी अरूण पति त्रिपाठी की जमानत की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान हुई।