इंडियाज गॉट लेटेंट शो में अश्लील टिप्पणी के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने रणवीर अल्लाहबादिया को राहत दी है। सुप्रीम कोर्ट ने रणवीर को अपना शो करने की इजाज़त दे दी है हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने रणवीर इलाहाबादिया को अंडरटेकिंग देने को कहा है कि वो अपने शो में नैतिकता का स्तर बनाए रखेगा ताकि सभी उम्र के लोग उस शो को देख सके। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये राहत इसलिए दी गई है क्योंकि इस शो से 280 लोगों की आजीविका जुड़ी है। जस्टिस सूर्यकांत ने यूट्यूब समय रैना का नाम लिए बिना ही टिप्पणी करते हुए कहा कि एक आरोपी कनाडा जाकर अदालती कार्यवाही का मज़ाक बना रहा है, ये नई जनरेशन के लड़के ओवर स्मार्ट बनते है, उसे नहीं पता कि कोर्ट के पास कितनी शक्तियां हैं, वो जिम्मेदार की तरह पेश आए, नहीं तो हम जानते हैं कि ऐसे लोगों से कैसे डील करना है।
सुप्रीम कोर्ट ने रणवीर अल्लाहबादिया को ‘द रणवीर शो’ में केस के बारे में कोई बात नहीं करने को कहा है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने अगले आदेश तक रणवीर अल्लाहबादिया की गिरफ्तारी पर रोक बढ़ा दी। कोर्ट ने इलाहाबादिया को गुवाहाटी में जांच में शामिल होने को कहा है और कोर्ट ने गुवाहाटी के जांच अधिकारी को अल्लाहबादिया को जांच में शामिल करने के लिए तारीख और समय तय करने को कहा है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि सोशल मीडिया सामग्री को रेगुलेट करने के लिए दिशानिर्देश बनाएं और सभी हितधारकों से सुझाव लें
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने रणवीर अल्लाहबादिया को फिलहाल विदेश यात्रा की अनुमति देने से इनकार करते हुए कहा कि जांच में शामिल होने के बाद ही अनुमति दी जा सकती है। सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने रणवीर अल्लाहबादिया की अर्जी का विरोध करते हुए इंडियाज गॉट लेटेंट पर इलाहाबादिया की टिप्पणी को अश्लील और विकृत बताया। सुनवाई के दौरान रणवीर अल्लाहबादिया ने सुप्रीम कोर्ट से कार्यक्रम प्रसारित करने की अनुमति दी जाए क्योंकि आजीविका का एकमात्र स्रोत यूट्यूब है।