ED ने उन्हें और उनके CA बुची बाबू के बीच की व्हाट्सएप चैट को दिखाया, जिसमें बुची बाबू यह बता रहे हैं को गौतम से कहा कि हमें 30 की बजाय 45 प्रतिशत दें। के कविता ने इस दस्तावेज़ की प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हुए इस प्रश्न का उत्तर देने से इनकार कर दिया। ED ने बताया कि के कविता ने अपने मोबाइल फोन से साक्ष्य और सामग्री डिलीट किया, क्योंकि के कविता ने 11 मार्च 2023 को जांच के लिए एक फोन पेश किया था। उसमे वो ऐप्स में कोई डेटा नहीं मिला, जिसका जिक्र उन्होंने प्रारंभिक जांच में कहा था कि वह उस डिवाइस से फेसटाइम और व्हाट्सएप का उपयोग करती थी, जब इन तथ्यों से उनका सामना कराया गया तो उन्होंने सवाल को टाल दिया और पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दिया।
ED का कहना है कि के कविता ने अरुण, अभिषेक, बुच्ची बाबू के साथ मिल कर साजिश के तहत आम आदमी पार्टी के नेताओ के साथ मिल कर नई शराब पॉलिसी बनाई। ED ने चार्जशीट मे इस घोटाले में टोटल प्रोसीड ऑफ क्राइम 1100 करोड़ का बताया है, जिसमें से 292.8 करोड़ रुपए का ब्यौरा ED ने अपनी चार्जशीट में जानकारी दी है। ED की चार्जशीट के मुताबिक 9 फोन नष्ट किए गए जबकि एक फोन ED को जांच के लिए दिया गया जिसका डाटा डिलीट पाया गया। शराब नीति में प्रॉफिट मार्जिन को 12 प्रतिशत किया गया, उससे सरकार को 581 करोड़ का सीधा नुकसान हुआ।
ED के मुताबिक चरणजीत सिंह ने के कविता के लिए फाइव स्टार होटल में 10 लाख रुपए का रूम बुक करवाया था। के कविता ने साउथ ग्रुप के दूसरे मेंबर्स और समीर महेंद्रू के साथ साजिश रच कर MS इंडो स्प्रिट कंपनी बनाई जिसका इस्तमाल प्रोसीड ऑफ क्राइम के लिए किया गया। साजिश के तहत MS इंडो स्प्रिट को L1 होलसेल लाइसेंस दिया गया, जिसके बदले में के कविता और साउथ ग्रुप की तरफ से 100 करोड़ का किक बैक दिया गया, जिससे MS इंडो स्प्रिट को नई एक्साइज पालिसी से शराब पर 12 फीसदी का प्रॉफिट 192.8 करोड़ रुपये था जोकि प्रोसीड ऑफ क्राइम का ही हिसा था।